बिहार के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) ने पदभार ग्रहण करने के बाद कड़े तेवर दिखाए और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए कई अहम घोषणाएं की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराध और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जाएगा और पुलिस को जनता का सहयोग हासिल करना बेहद जरूरी है।
प्रमुख बिंदु:
- अपराधियों पर सख्त कार्रवाई:
अपराधी गैंग और माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया तेज होगी।
थानों को निर्देश दिया जाएगा कि अपराधियों की संपत्ति का पता लगाकर 10 दिनों के भीतर पुलिस मुख्यालय को सूचित करें।
मादक पदार्थ और शराबबंदी से संबंधित अपराधियों की संपत्ति भी जप्त की जाएगी।
- स्पीडी ट्रायल में सुधार:
उन्होंने कहा कि सजा दिलाने की दर को सुधारने पर फोकस किया जाएगा।
अनुसंधान को तेज करने और समय पर न्याय सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
नई विधि प्रयोगशाला का उद्घाटन जल्द किया जाएगा, जो अनुसंधान में सहायक होगी।
- साइबर अपराध पर कार्रवाई:
डीजीपी ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है, जहां साइबर अपराध से जुड़े सबसे ज्यादा पैसे होल्ड किए गए हैं।
साइबर क्राइम पर सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी।
- पेपर लीक मामलों पर सख्ती:
लगातार हो रहे पेपर लीक मामलों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
- एनकाउंटर पर स्पष्टता:
डीजीपी ने कहा, “एनकाउंटर पुलिस की स्वाभाविक प्रक्रिया है। अगर गोली चलेगी, तो पुलिस की तरफ से जवाबी कार्रवाई होगी।”
- पुलिस-जनता का सहयोग:
जनता से अपील करते हुए कहा कि पुलिस और जनता के कंधे से कंधा मिलाकर काम करने से ही अपराधियों पर लगाम लगाई जा सकेगी।
जनता के सहयोग के बिना पुलिस का काम अधूरा रहेगा।
नियम के तहत कोई भी नागरिक अपराधी को पकड़कर पुलिस को सौंप सकता है।
- पुलिस का मनोबल ऊंचा, अपराधियों का मनोबल गिराने की रणनीति:
पुलिस के मनोबल को ऊंचा रखने और अपराधियों पर दबाव बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
नए डीजीपी:
“हमारा फोकस न केवल अपराधों की जांच पर होगा, बल्कि अपराधियों की संपत्ति को भी जब्त करने पर होगा। पुलिस और जनता मिलकर ही कानून व्यवस्था को मजबूत बना सकते हैं।”